फरीदाबाद, 28 अगस्त (हि.ला.)। मुस्कान अक्सर हमारी पहचान बन जाती है लेकिन हर सुंदर मुस्कान के पीछे छुपी होती है स्वस्थ दांतों और मसूढ़ों की बुनियाद। दुर्भाग्यवश, बहुत से लोग आज भी दांतों की देखभाल को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जिससे कैविटी, मसूढ़ों की बीमारी और यहां तक कि अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं। यह कहना है डॉ. नीलम शर्मा का।
डॉ. नीलम शर्मा, डेंटल सर्जन और इम्प्लांटोलॉजिस्ट हैं। वह 2011 से दंत चिकित्सा की प्रैक्टिस कर रही हैं।
डॉ. नीलम शर्मा का कहना है कि दांतों और मसूढ़ों का स्वास्थ्य सीधे हमारे पूरे शरीर के स्वास्थ्य से जुड़ा है। शोध बताते हैं कि मसूढ़ों का इंफेक्शन डायबिटीज़, दिल की बीमारियों और गर्भावस्था में जटिलताओं का ख़तरा बढ़ा सकता है। यानि दांतों की देखभाल केवल मुस्कान तक सीमित नहीं है, यह संपूर्ण स्वास्थ्य का हिस्सा है।
डा. नीलम शर्मा का कहना है, "14 वर्षों के अनुभव में मैंने देखा है कि दांतों में सड़न, सेंसिटिविटी, बदबूदार सांस और मसूढ़ों से खून आना जैसी समस्याएं ज़्यादातर खराब मौखिक सफाई और अनियमित चेक-अप के कारण होती हैं। हालांकि, इनमें से अधिकांश समस्याएं कुछ आसान आदतों से रोकी जा सकती हैं।
स्वस्थ मुस्कान के लिए 5 सुनहरे नियमः
✅ दिन में दो बार फ्लोराइड टूथपेस्ट से ब्रश करें।
✅ रोज़ाना एक बार फ्लॉस करें या दांतों के बीच की सफाई करें।
✅ मिठाई, चिपचिपे स्नैक्स और शक्कर वाले पेय कम करें।
✅ पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि बैक्टीरिया हट सकें।
✅ हर 6 महीने में दंत चिकित्सक से चेक-अप कराएं।
डॉ. शर्मा का कहना है, "अगर दांतों की देखभाल न की जाए तो न सिर्फ दर्द और दांतों के टूटने की समस्या होती है, बल्कि आत्मविश्वास और जीवन की गुणवत्ता पर भी असर पड़ता है। याद रखें – बचाव हमेशा इलाज से बेहतर होता है। तो आइए, छोटी-छोटी आदतों को अपनाकर एक स्वस्थ और चमकदार कल सुनिश्चित करें।"