नोएडा, 10 सितंबर (आईएएनएस)। नोएडा प्राधिकरण ने सलारपुर खादर गांव में अवैध रूप से खड़ी की गई इमारतों पर कार्रवाई शुरू की, लेकिन किसान संगठनों के विरोध के चलते टीम को कुछ देर बाद लौटना पड़ा। जानकारी के अनुसार, यहां करीब 24 खसरों पर 39 डेवलपर ने अवैध रूप से 60 से अधिक बहुमंजिला इमारतें खड़ी कर दी हैं। इनमें ज्यादातर छह से सात मंजिल की इमारतें हैं, जिनमें 1 बीएचके से लेकर 3 बीएचके फ्लैट तक बनाए जा रहे हैं।
इन फ्लैटों की कीमत 30 लाख से लेकर 65 लाख रुपये तक बताई जा रही है। प्राधिकरण की टीम जब आज भारी पुलिस बल, छह जेसीबी और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ सलारपुर खादर पहुंची, तो किसान संगठन मौके पर पहुंच गए और विरोध जताने लगे। इस दौरान खसरा नंबर 795, 796 और 797 पर बने निर्माण को ध्वस्त करने की तैयारी हो रही थी, लेकिन किसानों ने कोर्ट से मिले स्टे ऑर्डर की कॉपी दिखा दी। इसके बाद प्राधिकरण ने वहां कार्रवाई रोक दी और अन्य खसरा नंबर 781, 735 और 736 पर बने अवैध ढांचे को ध्वस्त किया।
टीम ने सड़क किनारे बने टीन शेड और साइट ऑफिस को गिरा दिया। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि ये सभी निर्माण अवैध हैं और अधिसूचित व अर्जित भूमि पर खड़े किए गए हैं। प्राधिकरण ने पहले भी डेवलपर्स को नोटिस जारी किए थे, लेकिन उन्होंने चोरी-छिपे निर्माण कार्य फिर से शुरू कर दिया। अब इनके खिलाफ भू-माफिया के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में जिला प्रशासन से बैठक हो चुकी है और आने वाले दिनों में बड़े स्तर पर ध्वस्तीकरण अभियान चलाया जाएगा।
प्राधिकरण ने यह भी स्पष्ट किया कि इन अवैध निर्माणों में बड़े पैमाने पर भूजल का अवैध दोहन किया जा रहा है। इसे रोकने के लिए डीएम को पत्र लिखा गया है। अधिकारियों का कहना है कि पानी की सप्लाई बंद होते ही यहां चल रहा अवैध निर्माण कार्य अपने आप रुक जाएगा।