नई दिल्ली, 20 अगस्त (हि.ला.)। दिल्ली सरकार के समाज कल्याण एवं एससी/ एसटी/ ओबीसी कल्याण मंत्री रविन्द्र इंद्राज सिंह ने बुधवार को बवाना स्थित जेजे कॉलोनी में स्थानीय निवासियों के साथ स्वच्छता अभियान चलाया। इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ‘दिल्ली को कूड़े से आज़ादी’ अभियान में सक्रिय भागीदारी करें।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में स्वच्छ भारत अभियान ने स्वच्छता को देश में एक जन आंदोलन का रूप दिया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के आग्रह पर दिल्ली की जनता भी इस आंदोलन को नई दिशा दे रही है और अपने आस-पड़ोस को गंदगी व कूड़े से मुक्त कर रही है।
रविन्द्र इंद्राज ने कहा कि पूर्व सरकारों में कूड़ा सिर्फ पर्यावरण एवं स्वास्थ्य के लिए बड़ी चुनौती रहा है। लेकिन अब कूड़ा केवल अपशिष्ट नहीं, बल्कि विकास का ईंधन है। हाल ही में जनता को मिले अर्बन एक्सटेंशन रोड पर कूड़े से बनी सामग्री का प्रयोग सड़कों के निर्माण में किया गया है। दिल्ली में वेस्ट टू एनर्जी एवं अन्य नये प्लांट्स के जरिये कूड़े से बनने वाली बिजली और ईंधन, पर्यावरण संरक्षण के साथ ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। सरकार की योजनाओं से प्रदूषण कम होगा, घरों एवं वाहनों के लिए ईंधन मिलेगा, बिजली का उत्पादन होगा और सड़कें बनेंगी। विकसित दिल्ली निर्माण में यह मील का पत्थर साबित होगा।
समाज कल्याण मंत्री ने लोगों से आग्रह किया कि खाली प्लॉट, नालियों या सड़कों पर कूड़ा न डालें, बल्कि डस्टबिन और नगर निगम के कूड़ा एकत्र करने वाले वाहनों में ही डालें। छात्र-छात्राएं भी इस अभियान में स्वच्छता दूत बनें और अपने परिवार व आसपास के लोगों को गंदगी फैलाने से रोकें। स्थानीय समितियां और निजी संगठन मिलकर स्वच्छता को सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में अपनाएं।
रविन्द्र इंद्राज ने कहा कि जनसहयोग से चल रहे स्वच्छता कार्य केवल एक अभियान नहीं बल्कि दिल्ली को स्वच्छ, स्वस्थ और विकसित राजधानी बनाने का संकल्प है।