राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा 17 अगस्त से बिहार के सासाराम से शुरू होगी

राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा 17 अगस्त से बिहार के सासाराम से शुरू होगी

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  • 01 सितंबर को पटना में विशाल रैली के साथ होगा समापन, तेजस्वी यादव समेत इंडिया गठबंधन के तमाम नेता होंगे शामिल 

नई दिल्ली, 16 अगस्त (हि.ला.)। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी 17 अगस्त से बिहार के सासाराम से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू करेंगे। यात्रा में राजद के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव समेत इंडिया गठबंधन के तमाम नेता शामिल होंगे। 

इंदिरा भवन स्थित कांग्रेस मुख्यालय में यह जानकारी देते हुए पार्टी के मीडिया एवं पब्लिसिटी विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने यात्रा का विस्तृत रोडमैप प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि यात्रा की शुरुआत 17 अगस्त को बिहार के सासाराम से होगी और यह 16 दिन में 1,300 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यात्रा में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के अलावा इंडिया गठबंधन के अन्य नेता भी शामिल होंगे। 

कांग्रेस नेता ने बताया कि यात्रा 17 अगस्त को सासाराम, रोहतास; 18 अगस्त को देव रोड, अंबा-कुंडुंबा; 19 अगस्त को हनुमान मंदिर, पूनामा, वजीरगंज; 21 अगस्त को तीन मोहानी दुर्गा मंदिर, शेखपुरा; 22 अगस्त को चंद्र बाग चौक, मुंगेर; 23 अगस्त को कुर्सेला चौक, बरारी, कटिहार; 24 अगस्त को खुश्कीबाग, कटिहार से पूर्णिया; 26 अगस्त को हुसैन चौक, सुपौल; 27 अगस्त को गंगवारा महावीर स्थान, दरभंगा; 28 अगस्त को रीगा रोड, सीतामढ़ी; 29 अगस्त को हरिवाटिका गांधी चौक, बेतिया; 30 अगस्त को एकमा चौक, एकमा विधानसभा, छपरा में पहुंचेगी। 01 सितंबर को पटना में विशाल रैली के साथ इसका समापन होगा। 20, 25 और 31 अगस्त को यात्रा का विश्राम रहेगा।

भाजपा और चुनाव आयोग पर चुनावों में हो रही वोटों की धांधली का आरोप लगाते हुए हुए पवन खेड़ा ने कहा कि यह यात्रा ‘एक व्यक्ति-एक वोट’ के अधिकार की लड़ाई के लिए की जा रही है। बिहार में एसआईआर प्रक्रिया से वोट चोरी की यह साजिश और स्पष्ट रूप से सामने आई है। अब सामान्य नागरिक भी वोट चोरी के सबूत निकालकर दे रहे हैं। 

कांग्रेस नेता ने एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) को लेकर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले का हवाला देते हुए चुनाव आयोग को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा, जिसके बाद चुनाव आयोग को इंडिया गठबंधन और सामाजिक कार्यकर्ताओं की मांगों को मानना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ वोट छीनने का षड्यंत्र नहीं था, बल्कि दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, वंचितों, शोषितों, पीड़ितों और अल्पसंख्यकों की पहचान छीनने की साजिश थी। उन्होंने आगे कहा कि आज उनका वोट देने का अधिकार छिन जाता है तो भविष्य में सरकारी योजनाओं से भी उन्हें वंचित किए जाने का खतरा पैदा हो जाता।

पवन खेड़ा ने कहा कि यह यात्रा ऐतिहासिक है क्योंकि यह वोट देने के अधिकार की लड़ाई है, जो आजाद भारत में आजादी से सांस लेने के लिए बेहद जरूरी है। उन्होंने बिहार की जनता से इस संघर्ष में साथ देने की अपील की। उन्होंने कहा कि साजिश रचने वाले बाज नहीं आएंगे और वे वोट चुराने तथा छीनने की कोशिश करते रहेंगे, इसलिए सभी को सजग रहना होगा। उन्होंने कहा कि जब भी राहुल गांधी यात्रा पर निकले हैं, देश के लोकतंत्र ने एक नई करवट ली है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह ऐतिहासिक यात्रा लोकतंत्र के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगी।

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