नांदेड़ (महाराष्ट्र), 19 अगस्त (हि.ला.)। महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के मुखेड तालुका में बीती रात हुई मूसलाधार बारिश ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है।
जिला कलेक्टर राहुल कर्डिले ने बताया कि चार गांवों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। इन गांवों में सेना और स्थानीय एजेंसियों ने करीब 300 लोगों को बचाया लेकिन हसनाल गांव के लापता पांच लोगों में से चार शव बरामद किए गए हैं। एक व्यक्ति अभी लापता है।
भारतीय सेना की दक्षिणी कमान ने बताया कि महाराष्ट्र में बाढ़ राहत अभियान जारी है। भारतीय सेना की टीमें,एसडीआरएफ और नागरिक प्रशासन के साथ समन्वय में प्रभावित गाँवों में राहत कार्य जारी रखे हुए हैं।
हसनाल गाँव का 80% हिस्सा जलमग्न है। लापता बताए गए 5 लोगों में से 4 के शव बरामद कर लिए गए हैं, 1 का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
सेना की टीमें परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचा रही हैं। चिकित्सा शिविर और भोजन वितरण केंद्र स्थापित किए गए हैं। 178 लोगों को प्राथमिक उपचार प्रदान किया गया है और 450 से अधिक निवासियों को भोजन परोसा गया है।
नांदेड़ जिले की मुखेड़ तहसील में भारतीय सेना की श्योरस्विफ्टस्ट्राइकर्स ब्रिगेड ने बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों की सहायता के लिए तीन स्थानों पर चिकित्सा राहत शिविर स्थापित किए हैं।
सेना के डॉक्टरों, नर्सिंग सहायकों और पैरामेडिक्स ने स्कूलों, सामुदायिक भवनों और आश्रय स्थलों में ओपीडी स्थापित की हैं—जो चौबीसों घंटे चिकित्सा सेवा, चोटों का उपचार और डायरिया, डेंगू और मलेरिया जैसी जल जनित बीमारियों की जाँच प्रदान करती हैं।