पुष्कर (राजस्थान), 16 अगस्त (हि.ला.)। "भारतीय प्रतिभाओं ने अमेरिका को सुपर पावर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, अमेरिका की अधिकांश सर्वोच्च कम्पनियों के प्रमुख भी भारतीय मूल के ही हैं, जिन्होंने पूरी ईमानदारी से अमेरिका की सेवा की है। इसके बावजूद आज अमेरिका ऑपरेशन सिंदूर व भारत की उभरती हुई सामरिक शक्ति से नफ़रत के कारण आतंकी शक्तियों के साथ खड़ा हो गया है। इस दोगले व ईर्ष्यालु अमेरिका को सबक़ सिखाने के लिए हम भारतीयों के पास दो ही उपाय हैं- एक है उसके विभिन्न उत्पादों व अधिक मुनाफ़े वाले व्यापारिक नेटवर्क का बहिष्कार करना तथा दूसरा उपाय है, स्वदेशी वस्तुओं का अधिक से अधिक उपयोग कर आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर होना।"
यह विचार अमेरिका स्थित भारतीय राजदूतावास में प्रथम सांस्कृतिक राजनयिक एवं भारतीय संस्कृति शिक्षक रहे डॉ. मोक्षराज ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर राजकीय संस्कृत विद्यालय पुष्कर में व्यक्त किए । वे इस समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे ।
उन्होंने कहा कि हमें पेप्सी, कोका कोला ऐमाजॉन जैसी सैकड़ों अमेरिकी कंपनियों की सूची बनाकर उनका बहिष्कार करना चाहिए तथा स्वदेशी विकल्प चुनकर भारत की आत्मनिर्भरता व घरेलू उत्पादों को प्रोत्साहित करना चाहिए । हमारा यही प्रयास विकसित भारत के सपने को साकार करेगा ।
संस्था प्रधान रीना चौधरी ने बताया कि समारोह में नन्हें बालक-बालिकाओं ने सामूहिक नृत्य व देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति दी तथा समारोह के इस अवसर पर श्रीकांत पाराशर, उषा पाराशर गणपत शर्मा ससी अग्रवाल शैतान सिंह आदि स्थानीय गण्यमान्य अतिथियों व अभिभावकों ने भाग लिया । कार्यक्रम का संचालन विनीता शर्मा ने किया तथा प्रमिला मंगल, गरिमा शर्मा, नीलम पारीक, लक्ष्मीनारायण शर्मा आदि शिक्षक-शिक्षिकाओं ने कार्यक्रम की तैयारी में प्रमुख भूमिका निभाई ।