नई दिल्ली, 13 अगस्त (हि.ला.)। बिहार में एसआईआर को लेकर उठ रहे सवालों और सियासी बयानों के बीच लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने आज राघोपुर विधानसभा क्षेत्र के उन सात लोगों के साथ चाय की चुस्की ली, जिन्हें मृत बताकर एसआईआर सूची से बाहर कर दिया गया है।
राहुुल गांधी ने एक वक्तव्य में दावा किया कि इन लोगों में रामइकबाल राय, हरेंद्र राय, लालमुनि देवी, वचिया देवी, लालवती देवी, पूनम कुमारी और मुन्ना कुमार हैं। ये सभी तेजस्वी यादव के निर्वाचन क्षेत्र राघोपुर के हैं। एसआईआर के लिए आवश्यक कागजी कार्रवाई पूरी करने के बावजूद, उन्हें मतदाता सूची से हटा दिया गया है।
राहुुल गांधी ने आगे कहा कि चुनाव आयोग ने उन लोगों की सूची सार्वजनिक रूप से प्रकाशित नहीं की है जिन्हें उसने मृत, प्रवासी आदि घोषित किया है। ज़मीनी स्तर पर हमारी टीमें इन लोगों की पहचान केवल इसलिए कर पाईं क्योंकि वे अनौपचारिक रूप से 2-3 मतदान केंद्रों में चुनाव आयोग की आंतरिक जानकारी प्राप्त करने में कामयाब रहीं। ये 7 मतदाता उस निर्वाचन क्षेत्र के 2-3 मतदान केंद्रों में अन्यायपूर्ण तरीके से हटाए गए मतदाताओं का एक छोटा सा हिस्सा मात्र हैं। राहुल गांधी ने कहा, "यह कोई लिपिकीय त्रुटि नहीं है - यह स्पष्ट रूप से राजनीतिक मताधिकार से वंचित करने का मामला है।"
राहुल गांधी ने दावा किया कि बेंगलुरु में वोट चोरी का पर्दाफ़ाश होने के बाद, यह स्पष्ट है कि बिहार में एसआईआर प्रक्रिया भी ख़तरे में है। जब जीवित लोगों को मृत घोषित कर दिया जाता है, तो लोकतंत्र को ही मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाता है।
इस मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट की, जिसमें उन्होंने लिखा, "जीवन में बहुत दिलचस्प अनुभव हुए हैं, लेकिन कभी 'मृत लोगों' के साथ चाय पीने का मौका नहीं मिला था। इस अनोखे अनुभव के लिए, धन्यवाद चुनाव आयोग!"
उधर कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने आज कहा कि अब लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई सड़कों पर होगी।
उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट एक्स पर लिखा, "17 अगस्त से, विपक्ष के नेता श्री @RahulGandhi जी और INDIA पार्टियाँ पूरे बिहार में एक विशाल वोट अधिकार यात्रा शुरू करेंगी - इस ख़तरनाक SIR प्रक्रिया के ख़िलाफ़, और वोट चोरी के ख़िलाफ़ लड़ाई को एक जन आंदोलन बनाने के लिए! इस संदर्भ में, आज सासाराम में INDIA ब्लॉक के नेताओं से मुलाक़ात हुई ताकि यात्रा के लिए हमारी तैयारी, लामबंदी और सुचारू समन्वय का आकलन किया जा सके।"