दिल्ली में जलभराव के स्थायी समाधान के लिए बन रहा है सीवर सिस्टम का ब्लू प्रिंट: मुख्यमंत्री

दिल्ली में जलभराव के स्थायी समाधान के लिए बन रहा है सीवर सिस्टम का ब्लू प्रिंट: मुख्यमंत्री

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  • कहा- पिछले दो दिन में भारी बारिश के बाजवूद सुपर ब्लैक स्पॉट में जलभराव नहीं हुआ

नई दिल्ली, 24 अगस्त (हि.ला.)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का कहना है कि अगस्त माह में राजधानी दिल्ली में सामान्य से अधिक बारिश हुई है, इसके बावजूद दिल्ली वालों को जलभराव का गंभीर संकट नहीं झेलना पड़ा है। मुख्यमंत्री का कहना है कि दिल्ली में जलभरव तो हुआ लेकिन संबंधित विभागों की कार्यकुशलता के चलते अधिकतर इलाकों में जलभराव लगभग आधे से एक घंटे में सामान्य हो गया।

 मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि जलभराव के मामले में सुपर ब्लैक स्पॉट बने राजधानी के मिंटो रोड ब्रिज, आईटीओ चौक, जखीरा अंडरपास, आनंद विहार आदि इलाकों में गंभीर जलभराव देखने को नहीं मिला। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि राजधानी मे दो दिनों तक लगातार बारिश हुई, लेकिन दिल्ली का माहौल सामान्य बना रहा । मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि पूरी दिल्ली के सीवर सिस्टम का ब्लू प्रिंट तैयार किया जा रहा है, ताकि भविष्य में जलभराव का स्थायी समाधान किया जा सके।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज बताया कि भारतीय मौसम विभाग के अनुसार अगस्त महीने में 254.8 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई जो सामान्य (233.1 मिमी) से अधिक है। उन्होंने कहा कि अगस्त का महीना अभी चल रहा है और संभावना है कि अगस्त माह में बारिश का रिकॉर्ड बन जाए। उन्होंने कहा कि इस बार सरकार के विभिन्न निकायों, दिल्ली नगर निगम, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद, दिल्ली कैंट आदि में स्थानीय शासन ने बारिश को लेकर पहले से ही तैयारी कर ली थी। मौसम विभाग ने सूचित कर दिया था कि इस बार बारिश का दौर लंबा चलेगा, इसलिए उन्होंने स्वयं राजधानी के विभिन्न इलाकों का दौरा किया, विशेषकर उन इलाकों को चिन्हित किया, जहां हर बार मानसून के दौरान जलभराव हो जाता था।

मुख्यमंत्री के अनुसार सरकार के मंत्रियों व वरिष्ठ अधिकारी भी लगातार दौरे करते रहे और हालात पर नजर रखते रहे। इसी का परिणााम यह निकला कि भारी बारिश के दौरान दिल्ली के कई इलाकों में जलभराव तो हुआ लेकिन वहां आधे से एक घंटे के भीतर स्थिति सामान्य हो गई। मुख्यमंत्री का कहना है कि हम पूरी दिल्ली के सीवर सिस्टम का ब्लू प्रिंट तैयार कर रहे हैं, ताकि भविष्य में जलभराव का स्थायी समाधान किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि मानसून के दौरान जिन चर्चित इलाकों मे जलभराव होता था, वहां इस बार स्थिति पूरे तौर पर सामान्य हैं। इनमें मिंटो रोड, आईटीओ चौराहा, जखीरा अंडरपास, आनंद विहार, यमुना व बाहरी दिल्ली के इलाके शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने ताजा जानकारी दी कि शनिवार को दिल्ली के विभिन्न इलाकों में 40-65 मिलीमीटर तक बारिश दर्ज की गई। रविवार को अधिकतम लगभग 25 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई। इसके बावजूद दिल्ली का यातायात सिस्टम सामान्य रहा और गंभीर जलभराव देखने को नहीं मिला। उसका कारण है कि दिल्ली सरकार के संबंधित विभागों, दिल्ली नगर निगम व अन्य निकायों की पहले से की गई तैयारियों ने सुनिश्चित किया कि शहर की सड़कें और निचले इलाके जलभराव की स्थिति न बनने पाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली इस बार गंभीर जलभराव से इसलिए बच गई क्योंकि शासन की ओर से नालों की गहरी सफाई और अतिरिक्त पंपों की तैनाती से बारिश का पानी तेजी से निकाला गया। इस प्रकार की व्यवस्था पहले से कर ली गई थी कि जलभराव वाले इलाकों में विशेष स्टाफ को पहले से ही तैनात किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने खुद दिल्ली की सड़कों पर उतरकर बारिश और जलभराव का जायजा लिया और कड़े आदेश जारी किए। इस प्रभाव यह हुआ कि सरकारी मशीनरी इस बार पहले से ही अलर्ट मोड में आ गई । यही वजह है कि इस बार जलभराव की शिकायतों में तेजी से कमी आई। जहां पानी भरा, वहां उसने संकट पैदा नहीं किया और वह निकल गया। मुख्यमंत्री का यह भी कहना है कि इस बार ट्रैफिक पुलिस ने भी बारिश के दौरान यातायात को कंट्रोल करने में काफी मेहनत की।

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